सच हमेशा है सच कभी नाश नहीं होता सच एक ही है ( असत्य तरहा तरहा का हो सकता है ) सच ( सच की तरह सच ही है दूसरा कोई नहीं ) सच ( सच  कभी घटता बढ़ता नहीं )

golden thoughts hindi

सच हमेशा है सच का अस्तित्व सदा है सच कभी नाश नहीं होता! सच तो उस समय भी था जिस समय संसार का दृश्य अदृश्य पसारा भी नहीं था

सच एक ही है सच कोई दो, चार, दस या करोड़ नहीं, सच केवल एक और एक ही है!

जिसे गुरु नानक देव जी ने गुरु ग्रन्थ साहिब जी के शरू मै एक गिनती लगा के बताया है! 

सच जैसा सच ही है सच का सबसे बड़ा गुण एक ही है की उसके जैसा वह स्वयं है! उस जैसा ना कोई पहले था, ना अब है ना आगे होगा!

सच कभी घटता बढ़ता नहीं, संसार की हर चीज घटती भी है, बढ़ती भी है परन्तु सच कभी घटता बढ़ता नहीं है! 

सच और झूठ इकठे नहीं रेह सकते सच ओर झूठ  का कोई मेल नहीं है,गुरु अमरदास जी लिखते है सच मे झूठ कभी नहीं मिल सकता!

सच से कैसे मिला जाए? सच मे समाने के लिए सच्चा बनना पड़ेगा सच्चा कैसे बनना है? जो भी सच के चरण पड़े गा जो सच की पूजा करेगा, जो सच का सिमरन करेगा वह हमेशा के लिए सच का रूप बन जाएगा!

सच से टूटने के नुकसान नाम जप के साधन द्वारा सच से सम्बन्ध बनाकर ही सदीवी जीवन प्रापत कीया जा सकता है जो सच से टूट जाता है वह आत्मिक मौत मरता है

सच से जुड़ने के लाभ गुरु अमरदास जी कहते है  सच से जुड़ने के कारण कैसे उनके लौक परलोक संवर जाते है